दावोस. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत के साथ चल रहे तनाव के बीच चीन (India-China LAC Rift) ने दावोस में हो रही वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) की बैठक में हिस्सा लिया. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुई इस बैठक में वैश्विक नेताओं को नए शीत युद्ध की शुरुआत होने के खिलाफ चेताया है. उन्होंने इसके साथ ही कोविड 19 महामारी के खिलाफ वैश्विक एकता का आग्रह भी किया.
अपने देश में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) पर लगाम लगाने में सफल होने की बात कहकर शी जिनपिंग वैश्विक स्तर पर कोरोना के खिलाफ एक निर्णायक देश के रूप में चीन को स्थापित करना चाहते हैं. चीन के बढ़ते प्रभाव से लड़ने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की वैश्विक गठबंधन को पुनर्जीवित करने की योजना पर भी शी जिनपिंग ने निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘छोटे समूहों का निर्माण करना या नया शीत युद्ध शुरू करना या दूसरों को अस्वीकार करना, धमकी देना या दूसरों को डराना…ये सिर्फ विश्व को विभाजन की ओर धकेलेंगे.
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने यह भी चेतावनी दी कि शीत युद्ध, व्यापार युद्ध या तकनीक युद्ध, किसी भी तरह की लड़ाई से सभी देशों के हित प्रभावित होंगे और यह हर सभी के हितों के खिलाफ है. चीन के राष्ट्रपति ने व्यापक अंतरराष्ट्रीय सहयोग की अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 से जंग में दुनिया भर में प्रारंभिक प्रगति के बावजूद महामारी अपने अंत से अभी बहुत दूर है.उन्होंने कहा, ‘वैश्विक जन स्वास्थ्य प्रशासन को उन्नत करने की जरूरत है. किसी भी वैश्विक समस्या का समाधान कोई एक देश अकेले नहीं कर सकता है. सभी के लिए स्वास्थ्य की व्यवस्था के निर्माण की खातिर हमें विश्व स्वास्थ्य संगठन को पूरी भूमिका निभाने की छूट देनी होगी.’