वुहान. ‘लॉकडाउन’ (Lockdown) नामक शब्द से रूबरू होने के ठीक एक साल बाद आज भी दुनिया डर के साये में है. चीन का वुहान (Wuhan News) शहर जहां से कोरोना वायरस (Corona Virus in China) शुरू हुआ था वहां भी माहौल में संदेह के बादल तैर रहे हैं.
जब दुनिया ने सुना लॉकडाउन
एक साल पहले आज ही के दिन यानी शनिवार को वुहान ने पूरी दुनिया को हतप्रभ कर दिया था. हुबेई प्रांत (Hubei Province) की राजधानी में रहने वाले एक करोड़ से ज्यादा लोगों को उनके घरों में बंद कर दिया गया. इसके बाद यहां 76 दिनों का लॉकडाउन लगा दिया गया. एक रहस्यमय वायरस ने इस शहर को अपने कब्जे में ले लिया था.
पूरी दुनिया में लॉकडाउनइसी दिन सुबह के ठीक 10 बजे सार्वजनिक परिवहन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया. शहर से निकलने वाले रास्तों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया. चारो तरफ मरघट सा सन्नाटा छा गया था. धीरे-धीरे वुहान की तरह के दुनिया के कई शहरों में पाबंदियां लगा दी गईं. पूरी दुनिया लॉकडाउन के आगोश में चली गई.
वुहान भूल चुका है लॉकडाउन
अभी जहां दुनिया कोरोना महामारी से निपटने में लगी है. वहीं, वुहान के लोग लॉकडाउन को भूल चुके हैं. ट्रैफिक सामान्य है. लोग सड़कों पर टहल रहे हैं और आम लोग सार्वजनिक परिवहन और पार्क का इस्तेमाल कर रहे हैं. वुहान शहर में टहल रहने और बिना मास्क पहने एक 20 वर्षीय युवा ने कहा, ‘पिछले साल हमें संघर्ष करना पड़ा था. लेकिन अब सबुकछ नियंत्रण में है.’ बुजुर्ग पार्क में डांस क रहे हैं. बार में ‘वुहान स्टे स्ट्रांग’ बियर बिक रही है.
खौफनाक यादें अभी भी जीवित
ऐसा नहीं है कि वुहान के लोगों में एक साल पहले की यादें खत्म हो गई हों. हुआंग गेबेन (76) ने 67 दिन अस्पताल में गुजारे थे. उन्हें खून की उल्टियां हो रही थीं और वह अपनी मौत का इंतजार कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘जब मैंने रात में अपनी आंखें बंद की थीं तो नहीं जानता था कि अगले दिन आंखों खोलूंगा भी या नहीं.’
दुनिया में 20 लाख से ज्यादा मौतें
कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में 20 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. लेकिन चीन ने महज 5000 मौत का आंकड़ा दिखाया था. हालांकि, अमेरिका समेत कई देशों ने इसपर सवाल खड़े किए थे.